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Friday, August 28, 2015

रक्षा बन्धन

              रक्षा बन्धन

·       बन्धन होकर भी जो]
         स्वतंत्रता का] अहसास करा दे]
बहना की] एक मुस्कुराहट पर]
         भाई] अपना सर्वस्व लुटा दे]
वही राखी कहलाती है।
·       उत्साहित बहना] के सपनों को]
         भैया अपने पंख लगा दे]
सावन की पूर्णिमा का]
         जो रिश्तों में] प्रकाश फैला दे]
वही राखी कहलाती है।
·       उमड़ते घुमड़ते] प्यार से जो]
         मन में] एक सागर लहरा दे]
 खटटे मीठे] रिश्तों को जो]
        एक] अटूट बंधन बना दे]
वही राखी कहलाती है।
·       भौतिकता की आंधी से ]
        लड़खड़ाते रिश्तों में ]
फिर से] नव विश्वास जगा दे]
        प्यारे छोटे भैया को भी ]
रंग बिरंगा] सुन्दर धागा]
        जिम्मेदारी का] बोध करा दे]
वही राखी कहलाती है।

प्यारी बहनों को डी पी माथुर की स्वरचित रचना की स्नेहिल भेंट